Trending
Saturday, 2025 February 08
वास्तु के अनुसार घर में स्क्वायर घड़ी या सर्कल घड़ी: क्या चुनें?
Updates / 2024/12/05

वास्तु के अनुसार घर में स्क्वायर घड़ी या सर्कल घड़ी: क्या चुनें?

दीवार पर घड़ी न केवल समय देखने का एक साधन है, बल्कि यह घर की सजावट और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण तत्व भी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घड़ी को सही दिशा और स्थान पर लगाने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। उत्तर या पूर्व दिशा में घड़ी लगाने को शुभ माना जाता है, क्योंकि यह ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित करता है और सकारात्मकता लाता है। घड़ी का आकार भी महत्वपूर्ण है—सर्कल डायल घड़ी सतत प्रवाह का प्रतीक है, जबकि स्क्वायर डायल घड़ी स्थिरता और अनुशासन को दर्शाती है।

वास्तु और दीवार घड़ी का संबंध

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीवार पर घड़ी का कांच साफ और समय सही होना चाहिए, क्योंकि रुकी हुई या टूटी हुई घड़ी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। घर के मुख्य द्वार या बैठक कक्ष में घड़ी लगाने से समय का महत्व समझ आता है और अनुशासन का संदेश मिलता है। सही स्थान और आकार की घड़ी चुनने से घर के माहौल में सकारात्मक बदलाव आता है और परिवार के सदस्यों में उन्नति और प्रगति की भावना विकसित होती है। 

1. वास्तु शास्त्र में घड़ी का महत्व

घड़ी न केवल समय देखने का माध्यम है, बल्कि यह घर की सकारात्मकता और ऊर्जा के प्रवाह को भी प्रभावित करती है। वास्तु के अनुसार, सही आकार और दिशा में घड़ी लगाने से समृद्धि, सुख-शांति और समय प्रबंधन में मदद मिलती है।


2. स्क्वायर घड़ी और सर्कल घड़ी: कौनसी बेहतर है?

स्क्वायर घड़ी (चौकोर घड़ी):

फायदे:
यह स्थिरता और अनुशासन का प्रतीक है।
आधुनिक और पेशेवर दिखती है।
घर के औपचारिक क्षेत्रों, जैसे ड्रॉइंग रूम में उपयुक्त।
दिशा: इसे दक्षिण या पश्चिम दीवार पर लगाना शुभ होता है।

सर्कल घड़ी (गोल घड़ी):

फायदे:
यह सतत प्रवाह और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
पारंपरिक और क्लासिक लुक देती है।
घर के किसी भी हिस्से में उपयुक्त।
दिशा: उत्तर, पूर्व, या उत्तर-पूर्व दीवार पर लगाना बेहतर है।

3. घड़ी लगाने की दिशा और स्थान वास्तु अनुसार

उत्तर दिशा: यह कुबेर की दिशा है और धन-संपत्ति में वृद्धि करती है।
पूर्व दिशा: परिवार में सकारात्मकता और स्वास्थ्य बनाए रखती है।
दक्षिण दिशा: यहां घड़ी लगाने से समय का अनुशासन बना रहता है।
पश्चिम दिशा: यह ऊर्जा को संतुलित करती है।

4. वास्तु के अनुसार घड़ी लगाते समय ध्यान रखने योग्य बातें

घड़ी हमेशा सही समय दिखाए, रुकी हुई घड़ी न लगाएं।
घड़ी का कांच टूटा या धुंधला न हो।
घड़ी का टिक-टिक धीमा या असामान्य नहीं होना चाहिए।
घड़ी को हमेशा साफ और सही ऊंचाई पर लगाएं।

5. वास्तु शास्त्र में स्क्वायर और सर्कल घड़ी का आध्यात्मिक प्रभाव

स्क्वायर घड़ी: यह ठहराव और स्थायित्व लाती है, जिससे घर में संतुलन बना रहता है।
सर्कल घड़ी: यह सततता और शांति का प्रतीक है, जो घर में ऊर्जा के प्रवाह को सुचारू रखती है।


Frequently Asked Questions

घर में घड़ी किस दिशा में लगानी चाहिए?
वास्तु के अनुसार उत्तर, पूर्व, और उत्तर-पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है।
क्या सर्कल घड़ी वास्तु के अनुसार बेहतर है?
हां, सर्कल घड़ी सतत प्रवाह और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है।
स्क्वायर घड़ी कहां लगानी चाहिए?
स्क्वायर घड़ी को दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवार पर लगाना चाहिए।
क्या वास्तु में घड़ी का आकार महत्वपूर्ण है?
हां, घड़ी का आकार घर की ऊर्जा और वास्तु संतुलन पर प्रभाव डालता है।
टूटी या रुकी हुई घड़ी घर में क्यों नहीं लगानी चाहिए?
यह वास्तु दोष पैदा करती है और घर में नकारात्मक ऊर्जा लाती है।

Tranding