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भारत की सबसे बड़ी फिल्म सिटी के निर्माता रामोजी राव अब इस दुनिया मे नही रहे। PM मोदी ने जताया शोक
Updates / 2024/06/08

भारत की सबसे बड़ी फिल्म सिटी के निर्माता रामोजी राव अब इस दुनिया मे नही रहे। PM मोदी ने जताया शोक

रामोजी राव: रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव अब इस दुनिया में नहीं रहे। 8 जून को उन्होंने अंतिम सांस ली। रामोजी राव का 8 जून की सुबह हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। वो 87 साल के थे। रामोजी को सांस लेने में कुछ दिक्कत हुई थी जिसके बाद उन्हें 5 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मीडिया जगत के अलावा वह अन्य क्षेत्रों में भी सक्रिय थे। उन्हें 2016 में दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। 

कहा थे रामोजी फिल्म सिटी 

यह भारत के राज्य तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से २५(25) किलो मीटर दूर नल्गोंडा मार्ग में अब्दुल्लापुरमेट में स्थित है। यह स्टूडियो 2000 एकड़(8.2वर्ग किलोमीटर) से भी अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है।



कितनी बड़ी है रामोजी फिल्म सिटी

1666 एकड़ में फैली, रामोजी फिल्म सिटी, 1996 में रामोजी ग्रुप द्वारा स्थापित, एक स्वप्निल सेल्युलाइड यात्रा है। वयस्कों के लिए 1250 रुपये बच्चों के लिए 1050 रूपये का चार्ज है।

मीडिया जगत की मशहूर हस्तियों में से एक दिग्गज व्यवसायी रामोजी राव का शनिवार (8 जून) को निधन हो गया। वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। हॉस्पिटैलिटी, एनबीएफसी, खाद्य और खुदरा स्टोर श्रृंखला जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उनका अतुलनीय योगदान रहा। 

वह रामोजी ग्रुप के प्रमुख थे, जिसके अंतर्गत विश्व की सबसे बड़ी फिल्म निर्माण सुविधा रामोजी फिल्म सिटी, Eenadu समाचार पत्र, ETV नेटवर्क के टीवी चैनल और फिल्म निर्माण कंपनी उषा किरण मूवीज शामिल हैं। उनके अन्य व्यावसायिक उपक्रमों में मार्गदर्शी चिट फंड, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स, कलांजलि शॉपिंग मॉल, प्रिया अचार और मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स शामिल हैं।


किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे रामोजी राव

16 नवंबर 1936 को तटीय आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में जन्म लेने वाले रामोजी राव ने साल 1962 में मार्गदर्शी चिट फंड की शुरुआत की, जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना और अन्य राज्यों में ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। मध्यमवर्गीय किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रामोजी राव ने 1969 में किसानों के लिए एक पत्रिका 'अन्नदाता' की शुरुआत करके मीडिया क्षेत्र में कदम रखा था। उन्होंने एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था। 

रामोजी का जन्म 16 नवंबर, 1936 को आंध्र प्रदेश के पेडापारुपुडी में एक किसान परिवार में हुआ था। इस वजह से रामोजी का खेती से शुरू से ही मजबूत जुड़ाव था। उनका असली नाम रामय्या था जिसे उन्होंने बाद में बदलकर रामोजी कर लिया। उन्होंने साहित्य की पढ़ाई की और बाद में एक सफल बिजनेसमैन और मीडिया एंटरप्रेन्योर बन गए। उन्होंने रमादेवी से शादी की थी जिससे उन्हें दो बेटे, सुमन प्रभाकर और किरण प्रभाकर हुए।

इस तरह से की लोगो की मदद

प्राकृतिक आपदाओं के बाद ईनाडु राहत कोष से एकत्रित धन से कई राज्यों में स्थायी घर और स्कूल बनाए गए हैं। इंटरनेट के आगमन के साथ ईनाडु द्वारा गढ़े गए कई तेलुगु शब्द तेलुगु शब्दावली का हिस्सा बन गए हैं। दूरदर्शन के बाद ईटीवी उन सैटेलाइट मनोरंजन चैनलों में से एक था जिसने लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। ईटीवी कुछ ही समय में एक घरेलू नाम बन गया था। इसके बाद  जल्द ही ईटीवी के अन्य चैनलों का विस्तार हुआ, जिसमें कन्नड़, बंगाली और हिंदी भाषाएं शामिल थीं।

आपदा राहत: प्राकृतिक आपदाओं जैसे तूफान, बाढ़ और भूकंप के दौरान, राव ने तुरंत राहत कार्यों के लिए दान दिया और अपने समाचार पत्र Eenadu के माध्यम से बड़े पैमाने पर धन इकट्ठा किया.

शिक्षा: उन्होंने जरूरतमंद छात्रों के लिए स्कूलों का निर्माण किया.



सामाजिक जागरूकता: अपने मीडिया उद्यमों के माध्यम से उन्होंने सच्ची जानकारी प्रदान करने और सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया.

सामान्य सहयोग: रिपोर्टों के अनुसार, वह हमेशा जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए तैयार रहते थे.

PM मोदी ने जताया शोक

रामोजी राव के निधन पर पीएम मोदी ने भी शोक जताया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि 'श्री रामोजी राव गारू का निधन अत्यंत दुःखद है। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने भारतीय मीडिया में क्रांति ला दी। उनके समृद्ध योगदान ने पत्रकारिता और फिल्म जगत पर अमिट छाप छोड़ी है। अपने उल्लेखनीय प्रयासों से उन्होंने मीडिया और मनोरंजन जगत में नवाचार और उत्कृष्टता के नये मानक स्थापित किये। रामोजी राव गारू भारत के विकास को लेकर बेहद भावुक थे। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनकी बुद्धिमत्ता से लाभ उठाने के कई अवसर मिले। इस कठिन समय में उनके परिवार, दोस्तों और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।'

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Frequently Asked Questions

भारत का सबसे बड़ा फिल्म सिटी कौन सा है?
रामोजी फिल्म सिटी दुनिया का सबसे बङा फिल्म स्टूडियो परिसर माना जाता है।
रमोजी फिल्म सिटी कहा है?
यह भारत के राज्य तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से २५(25) किलो मीटर दूर नल्गोंडा मार्ग में अब्दुल्लापुरमेट में स्थित है। यह स्टूडियो 2000 एकड़(8.2वर्ग किलोमीटर) से भी अधिक क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
रामोजी फिल्म सिटी कितने एकड़ की है?
1666 एकड़ में फैली, रामोजी फिल्म सिटी, 1996 में रामोजी ग्रुप द्वारा स्थापित, एक स्वप्निल सेल्युलाइड यात्रा है।
रामोजी फिल्म सिटी का चार्ज कितना है?
वयस्कों के लिए 1250 रुपये बच्चों के लिए 1050 रूपये
रामोजी राव की मृत्यु कैसे हुई?
उच्च रक्तचाप और सांस लेने में तकलीफ के बाद उन्हें 5 जून को हैदराबाद के स्टार अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आज 8 जून को उनका निधन हो गया।

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