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नवरात्रि के 9 भोग/ 9 दिन के अलग अलग भोग/ नवरात्रि के दिन के 9 भोग हिन्दी मे
Updates / 2023/10/16

नवरात्रि के 9 भोग/ 9 दिन के अलग अलग भोग/ नवरात्रि के दिन के 9 भोग हिन्दी मे

नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है जो मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। इस दौरान भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करते हैं और उन्हें नौ प्रकार के भोग अर्पित करते हैं। इन भोगों को नवरात्रि भोग कहा जाता है।

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि भोगों का मां दुर्गा से विशेष संबंध होता है। इन भोगों को अर्पित करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। साथ ही, इन भोगों से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

नवरात्रि के 9 भोग और उनके लाभ

प्रथम नवरात्रि: घी का भोग
प्रथम नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को घी का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों के शरीर में रोगों का नाश होता है और वे स्वस्थ रहते हैं।

द्वितीय नवरात्रि: शक्कर का भोग
द्वितीय नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को शक्कर का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों की आयु बढ़ती है और वे सुख-समृद्धि से जीवन जीते हैं।

तृतीय नवरात्रि: खीर का भोग
तृतीय नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को खीर का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों के जीवन के दुखों का नाश होता है और वे सुख-शांति से जीवन जीते हैं।

चतुर्थ नवरात्रि: मालपुए का भोग
चतुर्थ नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को मालपुए का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों की बुद्धि का विकास होता है और वे अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं।

पंचम नवरात्रि: केला का भोग
पंचम नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को केला का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों का शरीर स्वस्थ रहता है और वे सभी रोगों से मुक्त रहते हैं।

छठवीं नवरात्रि: शहद का भोग
छठवीं नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को शहद का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों को आकर्षण शक्ति प्राप्त होती है और वे दूसरों पर प्रभाव डाल सकते हैं।

सप्तम नवरात्रि: गुड़ का भोग
सप्तम नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को गुड़ का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों के जीवन से शोक और दुख का नाश होता है और वे सुख-शांति से जीवन जीते हैं।

अष्टम नवरात्रि: नारियल का भोग
अष्टम नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को नारियल का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों को संतान सुख प्राप्त होता है और उनके सभी कार्य सफल होते हैं।

नवमी नवरात्रि: तिल का भोग
नवमी नवरात्रि के दिन मां दुर्गा को तिल का भोग अर्पित करना चाहिए। इससे मां दुर्गा की कृपा से भक्तों के जीवन से मृत्यु भय दूर होता है और वे सभी अनहोनी घटनाओं से सुरक्षित रहते हैं।

नवरात्रि भोग बनाने की विधि

नवरात्रि भोग बनाने के लिए आप किसी भी अच्छे फल, सब्जी, या मिठाई का प्रयोग कर सकते हैं। बस, ध्यान रखें कि भोग साफ-सुथरा और ताजा होना चाहिए।

नवरात्रि भोग अर्पित करने की विधि

नवरात्रि भोग अर्पित करने के लिए सबसे पहले अपने घर को साफ-सुथरा कर लें। फिर, एक साफ थाली में भोग रखें और उसे मां दुर्गा की मूर्ति के सामने रख दें। इसके बाद, मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करें और उन्हें भोग अर्पित करें।

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Frequently Asked Questions

नवरात्रि के पहले दिन माताजी को क्या भोग चड़ाया जाता है?
प्रथम नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा को घी का भोग अर्पित करना चाहिए।
नवरात्रि के दूसरे दिन माताजी को क्या भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के दूसरे दिन माताजी को शक्कर का भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के तीसरे दिन माताजी को क्या भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के तीसरे दिन माताजी को खीर का भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के चौथे दिन माताजी को क्या भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के चौथे दिन माताजी को मालपुए का भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के पांचवे दिन माताजी को क्या भोग चड़ाया जाता है?
नवरात्रि के पांचवे दिन माताजी को केला का भोग चड़ाया जाता है?

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