Trending
Sunday, 2025 April 20
इस मंदिर के दर्शन मात्र से खत्म हो जाता है काल सर्प दोष।
Updates / 2025/01/18

इस मंदिर के दर्शन मात्र से खत्म हो जाता है काल सर्प दोष।

प्रयागराज, जिसे संगम नगरी भी कहा जाता है, अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक मानी जाती है। संगम के संगम स्थल पर जहां त्रिवेणी संगम का मिलन होता है, वहीं कुछ खास मंदिरों की मौजूदगी भी यहां के धार्मिक महत्व को और बढ़ाती है। इन मंदिरों में से एक प्रमुख मंदिर है नागवासुकी मंदिर, जो नाग देवताओं की पूजा के लिए जाना जाता है।


पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन में देवताओं और असुरों ने नागवासुकी को सुमेरु पर्वत में लपेटकर उनका प्रयोग रस्सी के तौर पर किया था। वहीं, समुद्र मंथन के बाद नागराज वासुकी पूरी तरह लहूलुहान हो गए थे और भगवान विष्णु के कहने पर उन्होंने प्रयागराज में इसी जगह आराम किया था। इसी वजह से इसे नागवासुकी मंदिर कहा जाता है। जो भी श्रद्धालु सावन मास में नागवासुकी का दर्शन पूजन करता है, उसकी सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। इसके साथ ही कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिलती है। नाग पंचमी के दिन दूर दराज से लाखों श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए यहां पहुंचते हैं।


ऐसा कहा जाता है कि जब मुगल बादशाह औरंगजेब भारत में मंदिरों को तोड़ रहा था, तो वह मशहूर नागवासुकी मंदिर को खुद तोड़ने के लिए खुद गया. जैसे ही उसने मूर्ति पर भाला चलाया, तो मूर्ति से अचानक दूध की धार निकली और तेजी से उसके चेहरे के ऊपर पड़ने लगी. धार इतनी तेज थी कि औरंगजेब घबरा गया और बेहोस हो गया. इसके बाद उसने इस मंदिर में सिर झुकाया और चला गया. 

प्राचीन नागवासुुकि मंदिर पवित्र गंगा तट के समीप शहर के दारागंज मुहल्ले में स्थित है। यहां नागदेव के दर्शन-पूजन को वैसे तो वर्ष भर श्रद्धालु आते रहते हैं लेकिन नागपंचमी के पर्व पर यहां भक्‍तों की भीड़ उमड़ती है। कुंभ, अर्धकुंभ और माघ मेले में प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। नागवासुकि देव के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूरी करते हैं। नागवा‍सुकि मंदिर में वासुकि नाग के अलावा शेषनाग की मूर्ति है। नागवासुकि देव की पत्थर की मूर्ति मंदिर के बीचोबीच विराजमान है।


Frequently Asked Questions

प्रयागराज का नागवासुकी मंदिर कहाँ स्थित है?
नागवासुकी मंदिर प्रयागराज के संगम क्षेत्र में स्थित है, जो भगवान श्रीराम के समय से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
नागवासुकी मंदिर में कौन सी पूजा होती है?
इस मंदिर में मुख्य रूप से नाग देवताओं की पूजा होती है, खासकर नाग पंचमी और अन्य शुभ अवसरों पर यहां विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है।
क्या नागवासुकी मंदिर का दर्शन बिना तीर्थयात्रा अधूरी मानी जाती है?
हां, प्रयागराज की तीर्थयात्रा में नागवासुकी मंदिर का दर्शन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, इसे बिना तीर्थ यात्रा अधूरी मानी जाती है।
नागवासुकी मंदिर की विशेषता क्या है?
यहा के दर्शन से कल सर्प दोष खत्म हो जाता है।
नागवासुकी मंदिर में जाने का सर्वोत्तम समय कब है?
नागवासुकी मंदिर में जाने के लिए नाग पंचमी का दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है, लेकिन सामान्य दिनों में भी यहां दर्शन किए जा सकते हैं।

Tranding


HappyZindagi

contact@happyzindagi.com

© Happy Zindagi. All Rights Reserved.