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क्या है यह प्राइड मंथ, कब और कौन मानता है इसे जानिए पूरी जानकारी
Updates / 2024/06/02

क्या है यह प्राइड मंथ, कब और कौन मानता है इसे जानिए पूरी जानकारी

कब और कौन मानता है प्राइड मंथ: दुनिया भर में जून के महीने को प्राइड मंथ के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर को विशेष रूप से LGBTQ+ समुदाय के लोग मनाते हैं, प्राइड मंथ आ गया है और हर साल की तरह इस साल भी इसे पूरी दुनिया में धूमधाम और गरिमा के साथ मनाया जा रहा है। हर साल जून के दौरान, लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर और इंटरसेक्स समुदाय, LGBTQI समुदाय इस महीने को अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं। लेकिन अब इसमें आम लोग भी शामिल होकर उन्हें अपना समर्थन देने लगे हैं। वहीं भारत के साथ-साथ दुनिया भर में भारी संख्या में ऐसे लोग मौजूद हैं, जो LGBTQ+ समुदाय के लोगों को अजीबो-गरीब नजरों से देखते हैं और उन्हें पूरी तरह से नहीं स्वीकारते।



यही वजह है कि इस समुदाय के लोग अपने अस्तित्व को समाज में बराबरी का हिस्सा दिलाने के लिए अलग-अलग जगहों पर रेंबो फ्लैग के साथ परेड निकालते हैं, ताकि उनके साथ होने वाले भेदभाव को कम किया जा सके। भारत के भी कई शहरों में अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए प्राइड मंथ सेलीब्रेट किया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई होगी? आज हम इसी के इतिहास के बारे में जानेंगे।

क्या है प्राइड मंथ? (What Is Pride Month?)
प्राइड मंथ हर साल पूरे जून के महीने में 1968 के स्टोनवॉल दंगों में शामिल लोगों को श्रद्धांजलि के लिए मनाया जाता है। 1970 के दशक में LGBTQ समुदायों के अधिकारों को मान्यता देने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में विरोध प्रदर्शनों का एक सीरीज चलाया गया था। तब से दुनिया भर में प्राइड मंथ मनाया जाता है जिसमें परेड और विरोध प्रदर्शन, पार्टियों और सभाओं का आयोजन किया जाता है।


क्यों मनाया जाता है प्राइड मंथ और क्या है इसका इतिहास? (Why Pride Month Is Celebrated?)
28 जून, 1969 को न्यूयॉर्क में एक पुलिस ने ग्रीनविच विलेज के एक समलैंगिक क्लब स्टोनविल इन पर छापा मारा, जिसके परिणामस्वरूप बार संरक्षक, कर्मचारी और पड़ोस के निवासी बाहर क्रिस्टोफर स्ट्रीट पर दंगा कर रहे थे। दंगों के कई नेताओं में एक अश्वेत, ट्रांस, बायसेक्शुअल महिला, मार्शा पी जॉनसन शामिल थीं जिन्होंने विरोध और संघर्ष के साथ छह दिनों तक आंदोलन जारी रखा। संदेश स्पष्ट था कि प्रदर्शनकारियों ने उन जगहों की स्थापना की मांग की जहां LGBTQ लग जा सकते थे और गिरफ्तारी के डर के बिना अपने सेक्सुअल ओरियंटेशन के बारे में खुल के बात कर सकें।

बिल क्लिंटन 1999 और 2000 में ऑफिशियल तौर पर प्राइड मंथ (Pride Month) को मान्यता देने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे। फिर, 2009 से 2016 तक, बराक ओबामा ने जून एलजीबीटी प्राइड मंथ की घोषणा की। मई 2019 में, डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ट्वीट के साथ प्राइड मंथ को मान्यता दी। इसमें घोषणा की गई थी कि उनके प्रशासन ने समलैंगिकता (Homosexuality) को अपराध की श्रेणी से हटाने के लिए एक वैश्विक अभियान शुरू किया था। न्यूयॉर्क प्राइड परेड होने वाली सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध परेड में से एक है और अनुमान है कि 2019 में इस परेड में 2 मिलियन से अधिक लोगों ने भाग लिया।

कब मनाया गया पहली बार 
न्यूयॉर्क सिटी में प्राइड मार्च से एक दिन पहले, शिकागो में लगभग 150 लोगों ने स्टोनवॉल की स्मृति में देश के पहले मार्च के साथ एक सप्ताह के कार्यक्रम का समापन किया था। न्यूयॉर्क मार्च के दिन, लॉस एंजिल्स में हॉलीवुड बुलेवार्ड पर "समलैंगिक अधिकारों की वकालत करने वाली दुनिया की पहली अनुमत परेड" का मंचन किया गया और सैन फ्रांसिस्को में गोल्डन गेट पार्क में "गे इन" का आयोजन किया गया। इसके बाद, गे प्राइड , या LGBTQ प्राइड, आमतौर पर जून के आखिरी रविवार को संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया जाने लगा (हालांकि कई अपवाद थे) क्योंकि गमगीन मार्च हर्षोल्लास में बदल गए। समय के साथ, दिन का विस्तार एक महीने तक चलने वाला कार्यक्रम बन गया। इसे आधिकारिक तौर पर अमेरिकी सरकार द्वारा मान्यता दी गई थी जब राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने जून 1999 को "गे और लेस्बियन प्राइड मंथ" घोषित किया, दुनिया के अन्य हिस्सों में, प्राइड वर्ष के अलग-अलग समय पर मनाया जाता है, हालांकि कई शहरों में इसे जून में मनाया जाता है।



क्या है स्टोनवाल दंगा?
यह बात है साल 1969 के जून महीने की, जब एक रात के बाद सब बदल गया। समलैंगिक अधिकारों के लिए न्यू यॉर्क शहर में हुए एक आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया। दरअसल, न्यू यॉर्क शहर में एक चलन था, यहां कि पुलिस कभी-कभी उन बार और रेस्टोरेंट्स पर छापा मारा करती थी जहां गे और लेस्बियन्स को इकट्ठा होने के लिए जाना जाता था। 28 जून, 1969 की रात, न्यू यॉर्क पुलिस ने स्टोनवॉल इन नाम के एक रोस्टोरेंट में छापा मारा, यह जगह मैनहट्टन के पास मौजूद ग्रीनविच विलेज में स्थित एक बार है।
इस दौरान जब पुलिस आक्रामकता के साथ इस बार के कर्मचारियों को बाहर निकाल रही थी, तभी कुछ लोगों ने उनके खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं वहां के स्थानीय लोगों में पहले से काफी गुस्सा था और पुलिस की इस हरकत के बाद वहां की सड़कों पर भारी भीड़ जमा हो गई। दोनों के बीच टकराव काफी बढ़ गया और न्यू यॉर्क पुलिस के साथ यह झड़प छह दिनों तक चलती रही।

इसके बाद 2 जुलाई, 1969 को जब स्टोनवेल दंगे शांत हुए, तब समलैंगिक अधिकार आंदोलन, जो अबतक एक मामूली मुद्दा था, जिसे पॉलिटीशियन्स और मीडिया द्वारा दबाया जा रहा था। वह अब दुनिया भर में अखबार के पहले पन्ने की खबर बन गई थी।

जून में किन देशों में प्राइड महीना होता है?
हंगरी, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, ग्रीनलैंड और बर्लिन शहर।

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Frequently Asked Questions

प्राइड मंथ का मतलब क्या होता है?
गौरव माह क्या है? प्राइड मंथ न्यूयॉर्क में 1969 के स्टोनवॉल विद्रोह की याद दिलाता है और एलजीबीटीक्यू समुदाय और समान अधिकारों की लड़ाई का जश्न मनाता है ।
प्राइड डे का मतलब क्या होता है?
हर साल जून के दौरान, लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर और इंटरसेक्स समुदाय, LGBTQI समुदाय इस महीने को अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं।
क्या प्राइड मंथ दुनिया भर में मनाया जाता है?
हा प्राइड मंथ दुनिया भर में मनाया जाता है।
प्राइड मंथ कब शुरू होता है?
प्राइड मंथ हर साल पूरे जून के महीने में 1968 के स्टोनवॉल दंगों में शामिल लोगों को श्रद्धांजलि के लिए मनाया जाता है।
जून में किन देशों में प्राइड महीना होता है?
हंगरी, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, ग्रीनलैंड और बर्लिन शहर।

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