क्या आपकी कुंडली मे कालसर्प दोष है तो, ऐसे पहचाने और ऐसे करे इसका निवारण
कालसर्प दोष जीवन में बाधाएं ला सकता है, लेकिन इसके प्रभाव को उचित पूजा, मंत्र जाप, और धार्मिक उपायों से कम किया जा सकता है। अगर कुंडली में यह दोष है, तो किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेकर सही समाधान करें और जीवन को सुखमय बनाएं।
1. कालसर्प दोष क्या है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आ जाते हैं, तो इसे कालसर्प दोष कहा जाता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में बाधाएं, स्वास्थ्य समस्याएं और मानसिक तनाव ला सकता है। इसे शुभ और अशुभ प्रभावों का मिश्रण माना जाता है, जो कुंडली के अन्य योगों पर निर्भर करता है।
2. कालसर्प दोष के प्रकार और उनके प्रभाव
कालसर्प दोष के मुख्य 12 प्रकार होते हैं, जैसे:
अनंत कालसर्प दोष: मानसिक तनाव और करियर में रुकावट।
कुलिक कालसर्प दोष: स्वास्थ्य समस्याएं।
विषधर कालसर्प दोष: पारिवारिक तनाव।
हर प्रकार का दोष अलग-अलग प्रभाव डालता है, जो व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है।
3. कालसर्प दोष के लक्षण
बार-बार असफलता और निराशा।
आर्थिक परेशानियां।
नींद में सांप दिखने के सपने आना।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं।
पारिवारिक कलह और रिश्तों में दरार।
4. कालसर्प दोष के कारण
कालसर्प दोष का मुख्य कारण पिछले जन्म के कर्म और उसके प्रभाव माने जाते हैं। यह व्यक्ति को उसके कर्मों का फल देने के लिए उत्पन्न होता है।
5. कालसर्प दोष का निवारण
a. पूजा और अनुष्ठान:
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (उज्जैन) में कालसर्प दोष की विशेष पूजा।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर (नासिक) में पूजा।
नागपंचमी के दिन नागदेवता की पूजा।
b. मंत्र जाप:
"ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप।
राहु और केतु के लिए बीज मंत्र का जाप।
c. रत्न धारण:
हकीक पत्थर धारण करना।
पंचमुखी रुद्राक्ष पहनना।
d. दान:
गरीबों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करें।
नागदेवता के लिए दूध चढ़ाएं।
e. नियमित उपाय:
शिवलिंग पर जल और दूध अर्पित करें।
सांपों को सुरक्षित रखना और उनकी सेवा करना।