Trending
Monday, 2024 December 02
भारत के 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और जगह, जहा जाने से धूल जाते है सारे पाप
Updates / 2024/07/08

भारत के 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और जगह, जहा जाने से धूल जाते है सारे पाप

भारतीय धर्म में ज्योतिर्लिंग (Jyotirlinga) शिव भगवान के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक माने जाते हैं। इन्हें भारत के विभिन्न हिस्सों में स्थित लिंग के रूप में माना जाता है, जिन्हें शिव भगवान के आवास के रूप में श्रद्धालुओं द्वारा पूजनीय माना जाता है। ये ज्योतिर्लिंग अपने गहरे धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं और शिव भक्तों के लिए यात्रा का एक महत्वपूर्ण केंद्र हैं। भारत में बारह ज्योतिर्लिंग धर्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं, जिनके बारे में निम्नलिखित रूप से जानकारी दी जा रही है।javascript:nicTemp();



1. सोमनाथ (Somnath)


स्थान: गुजरात, पश्चिमी भारत
महत्व: सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के अविनाशी रूप और शक्ति का प्रतीक है। इसे महाभारत काल से भी प्रसिद्धता हासिल है।



2. मल्लिकार्जुन (Mallikarjun)

स्थान: आंध्र प्रदेश, दक्षिण भारत
महत्व: यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव और पर्वती माता के प्रेम का प्रतीक है, जो भक्तों के बीच महत्वपूर्ण है।



3. महाकालेश्वर (Mahakaleshwar)

स्थान: मध्य प्रदेश, उत्तर मध्य भारत
महत्व: उज्जैन के इस ज्योतिर्लिंग पर शिव के महाकाल रूप की पूजा की जाती है। यहाँ की धार्मिक गतिविधियों में भारी भारतीय सांस्कृतिक महत्व है।



4. ओंकारेश्वर (Omkareshwar)


स्थान: मध्य प्रदेश, उत्तर मध्य भारत
महत्व: इस ज्योतिर्लिंग को नर्मदा नदी के किनारे स्थित माना जाता है और यह शिव-पर्वती के प्रेम का प्रतीक है।



5. केदारनाथ (Kedarnath)

स्थान: उत्तराखंड, हिमालय पर्वत
महत्व: हिमालय की ऊँचाइयों पर स्थित यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के आवास के रूप में माना जाता है।



6. भीमाशंकर (Bhimashankar)

स्थान: महाराष्ट्र, पश्चिम भारत
महत्व: साह्याद्रि पर्वतीय क्षेत्र में स्थित यह ज्योतिर्लिंग शिव के रुद्र स्वरूप का प्रतीक है।



7. वैद्यनाथ (Vaidyanath)


स्थान: झारखंड, पूर्वी भारत
महत्व: यह ज्योतिर्लिंग आरोग्य और शारीरिक भलाई के प्रतीक के रूप में माना जाता है।



8. नागेश्वर (Nageshwar)

स्थान: गुजरात, पश्चिमी भारत
महत्व: यह ज्योतिर्लिंग समुद्र के नीचे स्थित है और नागराज वासुकि की पूजा से युक्त है।



9. त्र्यम्बकेश्वर (Trimbakeshwar)

स्थान: महाराष्ट्र, पश्चिम भारत
महत्व: गोदावरी नदी के किनारे स्थित इस ज्योतिर्लिंग का शिव और पार्वती के संयोग का प्रतीक माना जाता है।



10. काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath)

स्थान: उत्तर प्रदेश, उत्तर भारत
महत्व: वाराणसी में स्थित इस ज्योतिर्लिंग का भगवान शिव के लिए विशेष महत्व है।



11. रामेश्वरम (Rameshwaram)

स्थान: तमिलनाडु, दक्षिण भारत
महत्व: इस ज्योतिर्लिंग को शिव के परमात्मा स्वरूप के रूप में माना जाता है।





12. घृष्णेश्वर (Grishneshwar)

स्थान: महाराष्ट्र, पश्चिम भारत
महत्व: यह ज्योतिर्लिंग ज्ञान और मोक्ष के प्रतीक के रूप में पूजित होता है।



इन 12 ज्योतिर्लिंगों की पूजा और दर्शन से शिव भक्त अपने आत्मीयता को बढ़ाते हैं और उनकी भक्ति में स्थिरता प्राप्त करते हैं। ये स्थल भारतीय सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उन्हें धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

Tags-Jyotirlinga temples, Somnath Jyotirlinga, Mallikarjun Jyotirlinga, Mahakaleshwar Jyotirlinga, Omkareshwar Jyotirlinga, Kedarnath Jyotirlinga, Bhimashankar Jyotirlinga, Vaidyanath Jyotirlinga, Nageshwar Jyotirlinga, Trimbakeshwar Jyotirlinga, Kashi Vishwanath Jyotirlinga, Rameshwaram Jyotirlinga, Grishneshwar Jyotirlinga, Hindu pilgrimage, Shiva temples in India, Importance of Jyotirlingas, Spiritual significance of Jyotirlingas, Twelve Jyotirlingas, Locations of Jyotirlingas, Shiva devotees


Frequently Asked Questions

ज्योतिर्लिंग क्या होते हैं?
ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के पावन तीर्थ स्थल हैं, जिन्हें उनकी आवास स्थल के रूप में माना जाता है। भारत में इनकी यात्रा का विशेष महत्व है।
भारत में कुल कितने ज्योतिर्लिंग हैं?
भारत में कुल 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग हैं, जिन्हें भगवान शिव के अलग-अलग रूपों के रूप में पूजा जाता है।
ज्योतिर्लिंगों के क्या महत्व हैं?
ज्योतिर्लिंगों की यात्रा से भक्त शिव के आसपास के अद्वितीयता को अनुभव करते हैं और मान्यता है कि इनकी पूजा से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
ज्योतिर्लिंगों के प्रसिद्ध स्थल कौन-कौन से हैं?
सोमनाथ, महाकालेश्वर, केदारनाथ, वैद्यनाथ, ओंकारेश्वर, भीमाशंकर, रामेश्वरम, घृष्णेश्वर, मल्लिकार्जुन, नागेश्वर, काशी विश्वनाथ, और त्र्यम्बकेश्वर।
ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कैसे की जा सकती है?
ज्योतिर्लिंगों की यात्रा विभिन्न राज्यों में अनुसंधानीय और पवित्र स्थलों पर आधारित होती है, जिसमें स्थानीय परंपराओं और धार्मिक अभिव्यक्तियों को शामिल किया जाता है।

Tranding