10 जून तक बढ़ाई चार धामों के VIP दर्शन पर रोक, मंदिर मे नही लेकर जा सकेंगे मोबाइल फोन
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। हर साल लाखों श्रद्धालु बद्रीनाथ, पूरी, रामेश्वरम और द्वारका के दर्शन करने आते हैं। इस साल, यात्रा को और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
मुख्य सचिव ने घोषणा की है कि 10 जून तक चार धामों के VIP दर्शन पर रोक लगाई जाएगी। यह निर्णय यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन और सभी श्रद्धालुओं को समान रूप से दर्शन का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। VIP दर्शन पर रोक लगने से यह सुनिश्चित होगा कि सभी श्रद्धालु बिना किसी भेदभाव के दर्शन कर सकें और यात्रा का आनंद उठा सकें।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चारोंधामों में प्रतिदिन के लिए जो क्षमता निर्धारित की गई है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए भेजे जाएं। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्थाओं को और मजबूत बनाया जाए। श्रद्धालुओं का चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन होने पर ही चेक प्वाइंट से आगे जाने दें।
चारधाम यात्रा पूरे चरम पर चल रही है। सीएस ने कहा, इस बार बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में अबकी बार दोगुने श्रद्धालु पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं।
उत्तराखंड में इस बार चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। वहीं, धामों में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से कई परेशानियां हो रही थी। जिसे देखते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने वीआईपी दर्शनों के लिए 31 मई तक मनाही की है। चारधाम यात्रा में अभी तक 27,92,679 श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। लगातार बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी अब तीन दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। 15 से 17 मई तक हरिद्वार में ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन को बंद कर दिया गया है। सभी श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि जिस तारीख का रजिस्ट्रेशन है, उसी समय यात्रा पर निकलें। अगर वो पहले आते हैं तो उन्हें वापस भेज दिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि इस निर्णय का उद्देश्य यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को रोकना और सभी यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सुलभ वातावरण तैयार करना है। यात्रा के दौरान विशेष सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं को भी सुदृढ़ किया गया है।
इस निर्णय का स्वागत किया जा रहा है क्योंकि यह धार्मिक समरसता और समानता के सिद्धांत को प्रोत्साहित करता है। चार धाम यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें और यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाने में सहयोग करें।
VIP यात्रा पर लगी रोक को बढ़ाने के अलावा चारों धामों में मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी/सोशल मीडिया के लिए रील बनाने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया. राधा रतूड़ी ने यह आदेश भी सचिव पर्यटन, आयुक्त गढ़वाल मंडल और संबंधित जिलों के डीएम और एसपी को दिया है.
यह निर्णय यात्रा के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम है और उम्मीद की जा रही है कि इससे श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाजनक और व्यवस्थित यात्रा का अनुभव मिलेगा।
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